आज के आधुनिक युग में हर चीज डिजिटल हो रहा है | इंटरनेट का उपयोग बढ़ता ही जा रहा है| लोग अपने उत्पादन और सेवा को अधिक से अधिक बेचने के लिए डिजिटल मार्केटिंग का उपयोग कर रहे हैं| आज के दौर में हर कोई जानना चाहता है कि digital मार्केटिंग क्या है? डिजिटल मार्केटिंग के बारे में जानने से पहले हमें मार्केटिंग के बारे में जानना चाहिए| किसी भी उत्पादन या सेवा और उपभोक्ता के बीच रिलेशन बनाना मार्केटिंग कहलाता है| उदाहरण बैनर विज्ञापन,पोस्टर विज्ञापन, टेलीविजन विज्ञापन इत्यादि|
इसे हम इस तरह से भी समझ सकते हैं, यदि किसी उपभोक्ता को घड़ी की जरूरत है और वह उपभोक्ता टीवी में दिखाए गए एक विज्ञापन के द्वारा एक दुकान पर घड़ी खरीदने जाता है तो यहां टीवी विज्ञापन मार्केटिंग का काम किया| मार्केटिंग के द्वारा कोई भी व्यक्ति अपने बिजनेस को ज्यादा से ज्यादा फैला सकता है|
मार्केटिंग दो तरह के होते हैं|
इनबाउंड मार्केटिंग (Inbound Marketing)
जैसा कि मार्केटिंग के बारे में बताया है कि जिस चैनल के द्वारा उपभोक्ता उत्पादन या सेवा तक पहुंचता है उसे मार्केटिंग कहते हैं| इनबॉन्ड मार्केटिंग में उपभोक्ता खुद चलकर अपने जरूरत के अनुसार उत्पादन या सेवा तक पहुंचता है| उदाहरण के लिए किसी उपभोक्ता को शर्ट का जरूरत है और वह फेसबुक में दिखाए गए विज्ञापन के द्वारा किसी शॉपिंग साइट पर जाकर शर्ट खरीदता है तो यहां फेसबुक विज्ञापन इनबॉन्ड मार्केटिंग का काम किया| इसके बहुत सारे उदाहरण हैं जैसे कि पोस्टर विज्ञापन, होर्डिंग (hoarding) विज्ञापन, टेलीविजन विज्ञापन, google.com इत्यादि|
आउटबाउंड मार्केटिंग (Outbound Marketing)
आउटबॉन्ड मार्केटिंग, मार्केटिंग का ही एक भाग है जिसमें बिजनेस खुद चलकर किसी चैनल के द्वारा उपभोक्ता तक आता है तो वह चैनल उस बिजनेस के लिए आउटबॉन्ड मार्केटिंग का काम करता है| इसे इस तरह से भी समझ सकते हैं| जब कस्टमर केयर वाला क्रेडिट कार्ड के लिए कस्टमर को ऑफर करता है तो यह आउटबॉन्ड मार्केटिंग हुआ| या फिर कोई सेलर डोर टू डोर जाकर आरो का सेल करता है तो यह भी आउटबॉन्ड मार्केटिंग का उदाहरण है| आउटबॉन्ड मार्केटिंग में उपभोक्ता को उत्पादन या सेवा तक खुद चलकर नहीं आना पड़ता है, इसमें बिजनेस खुद चलकर उपभोक्ता तक आता है|
इनबॉन्ड मार्केटिंग के प्रकार:
1. ट्रेडिशनल मार्केटिंग (Traditional Marketing)
जब मार्केटिंग इनबॉन्ड हो और उसमें इंटरनेट का प्रयोग ना हो तो यह ट्रेडिशनल मार्केटिंग कहलाता है| ट्रेडिशनल मार्केटिंग के बहुत सारे उदाहरण हैं जैसे कि होर्डिंग विज्ञापन, पोस्टर विज्ञापन, न्यूजपेपर विज्ञापन, टेलीविजन विज्ञापन, रेडियो विज्ञापन इत्यादि| ट्रेडीशनल मार्केटिंग के द्वारा हम अपने बिजनेस को ग्रो तो कर सकते है, लेकिन चैनल वॉइस आर ओ आई मतलब रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट हम कैलकुलेट नहीं कर सकते और इस मार्केटिंग के द्वारा हमें सही दर्शक को टारगेट करने में कठिनाइयां आती है| साथ ही साथ इसमें हम अपने बिजनेस को आसानी से दूसरे शहर, दूसरे राज्य और देश में एक्सपेंड भी नहीं कर सकते इसलिए आज के दौर में लोग अपने बिजनेस को ज्यादा से ज्यादा grow करने के लिए ट्रेडिशनल मार्केटिंग से डिजिटल मार्केटिंग की ओर move कर रहे हैं|
2. डिजिटल मार्केटिंग (Digital Marketing)
यदि मार्केटिंग इनबॉन्ड हो और उसमें हम इंटरनेट का यूज करते हैं तो यह डिजिटल मार्केटिंग कहलाता है| डिजिटल मार्केटिंग को ऑनलाइन मार्केटिंग भी बोला जाता है| कोई भी व्यक्ति डिजिटल मार्केटिंग का यूज कर अपने सेवा और उत्पादन को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचा सकता है और ज्यादा से ज्यादा अपनी सेवा और उत्पादन को बेच सकता है| डिजिटल मार्केटिंग के द्वारा डायरेक्ट सही ऑडियंस को टारगेट करके कोई भी व्यक्ति अपने सेल को बढ़ाकर अपने बिजनेस को आसानी से बढ़ा सकता है क्योंकि डिजिटल मार्केटिंग में हम अपने बिजनेस का मार्केटिंग वहां करते हैं जहां ज्यादा से ज्यादा ट्रैफिक हो सो दैट हमारा बिज़नस ज्यादा से ज्यादा grow हो सके|
डिजिटल मार्केटिंग का एक बेनिफिट यह भी है कि हम इस मार्केटिंग का यूज कर अपने बिजनेस को आसानी से दूसरे शहर, दूसरे राज्य या दूसरे देश में भी एक्सपेंड कर सकते हैं| ऑनलाइन मार्केटिंग का एक फायदा यह भी है कि इसमें हम चैनल wise आर ओ आई कैलकुलेट कर सकते हैं, जिसका फायदा यह होगा कि जिस चैनल के द्वारा हमारा बिज़नस ज्यादा आ रहा है हम उसी चैनल में इन्वेस्टमेंट करेंगे और वह हमें ज्यादा से ज्यादा बिजनेस लाकर देगा|
ऑनलाइन मार्केटिंग में हम अपने प्रोडक्ट का मार्केटिंग वहां करेंगे जहां ट्रैफिक ज्यादा होगा| आज के आधुनिक युग में google.com एक ऐसा प्लेटफार्म है, जहां पर ट्रैफिक सबसे ज्यादा है| आज के दौर में लोगों को कुछ भी चाहिए होता है जैसे कि कपड़े, साइकिल, घड़ी तो वह सबसे पहले ऑनलाइन सर्च करते हैं| इसलिए हम अपने बिजनेस को ऑनलाइन प्रमोट कर आसानी से नए ग्राहकों तक पहुंच सकते हैं|
डिजिटल मार्केटिंग के पहलू
डिजिटल मार्केटिंग के कुछ पहलू हैं, जिसके द्वारा हम अपने बिजनेस को ऑनलाइन प्रमोट कर सकते हैं|
1.सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन
सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन एक ऐसा प्रक्रिया है, जिसमें हम बिना खर्च किए सर्च इंजन की गाइडलाइंस को फॉलो करते हुए अपनी वेबसाइट का ऑप्टिमाइजेशन करते हैं ताकि हमारी वेबसाइट में दर्शकों की बढ़ोतरी हो| जिसके द्वारा बिजनेस को ऊंचाइयों तक पहुंचाना आसान हो जाता है|
2. सर्च इंजन मार्केटिंग
सर्च इंजन में जो भी paid एक्टिविटी करते हैं उसे सर्च इंजन मार्केटिंग कहते हैं| इसमें paid एक्टिविटी करके सर्च इंजन में अपने बिजनेस को प्रमोट किया जाता है|
3. वीडियो मार्केटिंग
वीडियो मार्केटिंग भी ऑनलाइन मार्केटिंग का ही एक भाग है, जिसके द्वारा अपने बिजनेस को प्रमोट किया जाता है| इसमें किसी भी उत्पादन या सेवा का मार्केटिंग करने के लिए उससे जुड़े वीडियो का उपयोग किया जाता है|
4.सोशल मीडिया ऑप्टिमाइजेशन
सोशल मीडिया अपने बिजनेस का ब्रांडिंग करने के लिए बहुत ही अच्छा प्लेटफार्म है| इसमें बिना खर्च किए सोशल मीडिया की गाइडलाइंस को फॉलो करते हुए बिजनेस को प्रमोट किया जाता है|
5.सोशल मीडिया मार्केटिंग
अपने उत्पादन और सेवा को प्रमोट करने के लिए जो भी paid एक्टिविटी करते हैं उसे सोशल मीडिया मार्केटिंग कहते हैं|
6.ई-मेल मार्केटिंग
जब ई-मेल के माध्यम से हम अपने उत्पादन या सेवा का प्रमोशन करते हैं तो यह ईमेल मार्केटिंग कहलाता है|
7.मोबाइल मार्केटिंग
आज के दौर में जिसे देखो मोबाइल का उपयोग हर कोई करता है| मोबाइल मार्केटिंग के द्वारा अपने उत्पादन या सेवा को ग्राहकों तक पहुंचाना काफी आसान हो गया है|